जबलपुर शहर मध्य प्रदेश राज्य का खूबसूरत और आकर्षक शहर है। जो की राजधानी भोपाल और इंदौर के बाद मध्य प्रदेश राज्य का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। जबलपुर में घूमने के लिए कई सारी बेहतरीन जगहें है जिसमे जबलपुर का सदियों पुराना किला, प्राचीन मंदिर और ऐतिहासिक इमारतों शामिल है। आइए जानते है जबलपुर में घूमने की सबसे बेहतरीन जगहों के बारे में।
जबलपुर शहर के बाहर की ओर पहाड़ी की चोटी में प्राकृतिक वातावरण के मध्य स्थित पिसनहारी मढिया एक जैन मंदिर है। इस मंदिर को स्थापित करने का श्रेय जैनों के दिगम्बर संप्रदाय को जाता है।
जबलपुर शहर के पहाड़ी के उपर बना ये किला 11 वी शताब्दी का है। जो इतिहास के प्रेमियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण जगह है। इस किले का निर्माण उस काल के राजा मदन मोहन शाह ने करवाया था। इस किले को सैन्य चौकी के रूप में स्थापित किया गया था।
शहर से 17 किलोमीटर दूर घूघरा झरना बेहद शांत जगह है। इस जगह पर नर्मदा नदी का पानी काफी विस्तृत रूप में फ़ैल जाता है। झरना देखने में बहुत ही मनोरम दृश्य बनाता है। यह जगह फोटोग्राफी के लिए भी शानदार जगह है।
भवरताल गार्डन जबलपुर शहर के मध्य में स्थित है। यह एक सार्वजनिक पार्क है। जहा पर जबलपुर में लोग सुबह शाम घूमने के लिए आते है। यह जगह जबलपुर वासियों के लिए एक शानदार पिकनिक स्पॉट है।
आप एक फोटोग्राफर है और जबलपुर में घूमने जा रहे हैं। तो आपको जबलपुर के डुमना नेचर रिजर्व पार्क में अवश्य जाना चाहिए। जबलपुर में स्थित यह पार्क बहुत शांत और प्रकृति की सुंदरता को अपने अंदर समेटे हुए हैं।
जबलपुर से करीब 75 किलोमीटर दूर तिगावा नामक गांव में यह मंदिर स्थापित है। इस मंदिर को तिगावा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंदिर है।
दोस्तों, अगर आप जबलपुर में मनमोहक गतिविधि को आजमाना चाहते हैं। तो आपको जबलपुर के भेड़ाघाट अवश्य जाना चाहिए। यहां की नाव की सवारी सबसे फेमस है जो पंचवटी से भेड़ाघाट के मध्य में चलती है।
नर्मदा नदी के तट पर बसा जबलपुर मध्य प्रदेश का एक औद्योगिक शहर है। जहा पर कई उद्योग के कारखाने मौजूद है। जबलपुर अपने समृद्ध इतिहास और अपनी संस्कृति के कारण पूरे भारत में जाना जाता है।
इसके अलावा जबलपुर घूमने के लिए भी शानदार जगह है। जबलपुर शहर में मौजूद धुंआधार झरना, पिसनहारी मढिया और तिलवारा घाट जैसी जगहें किसी भी पर्यटन का मन मोह लेने के लिए पर्याप्त है। इसके अलावा जबलपुर में कई सारे धार्मिक मंदिर भी मौजूद है।
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Image Dhuaandhar water park Jabalpur |
जबलपुर मे घूमने की जगह - Jabalpur Tourist Place In Hindi
नर्मदा नदी पर बना हुआ धुआंधार झरना पर्यटकों के लिए मनोरम दृश्य बनाता है। जो जबलपुर शहर से 34 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह झरना करीब 15 से 20 मीटर की ऊंचाई से गिरता है।
आप इस झरने में बोटिंग और केबल कर का आनंद उठा सकते है। साथ यह जगह पिकनिक मनाने के लिए भी एक शानदार विकल्प होगा। यहां पर ज्यादातर पर्यटक सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे में बीच में आते है।
2 पिसनहारी मढिया - Pisanhari madhiya in Hindi
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Image Pisanhari madhiya Jabalpur |
जबलपुर शहर के बाहर की ओर पहाड़ी की चोटी में प्राकृतिक वातावरण के मध्य स्थित पिसनहारी मढिया एक जैन मंदिर है। इस मंदिर को स्थापित करने का श्रेय जैनों के दिगम्बर संप्रदाय को जाता है।
इस मंदिर को 500 वर्षो से भी अधिक पुराना बताया जाता है। इस मंदिर में प्रवेश करने से पहले आपको 150 चिढिया पार करनी होगी। यह मंदिर प्रकृति और भक्ति का अनूठा मिश्रण है।
धुआंधार झरने के निजदिकी क्षेत्र में नर्मदा नदी के तट स्थित तिलवारा घाट जबलपुर का प्रसिद्ध घाट है। इस घाट पर आपको बहुत से मंदिर देखने को मिल जायेंगे।
इसके अतिरिक्त इस घाट पर संगमरमर से निर्मित खूबसूरत कलाकृति भी देखने को मिल जायेगी। पर्यटकों के लिए यह एक शानदार जगह है।
4 जबलपुर में फोटोग्राफी की जगह बेलेसिंग रॉक - Jabalpur photography destination Belesing rock in Hindi
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Image Belesing rock Jabalpur |
जबलपुर में बेलेसिंग रॉक किसी अजूबे से कम नही है। क्योंकि इस जगह पर दो विशाल पत्थर बिना किसी चुने या सीमेंट के एक दूसरे के उपर स्थित है। आपको बता दी की इन दोनो पत्थरो के मध्य सिर्फ थोड़ा सी जगह ही है।
जिसपर दोनो टिके हुए है। इस चट्टान ने कई सारी प्राकृतिक आपदाओं का सामना भी किया है। लेकिन यह चट्टान वैसी की वैसी आज भी खड़ी है। बेलेसिंग रॉक जबलपुर शहर से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
5 मदन मोहन किला - Madan mohan fort in Hindi
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Image Madan mohan fort Jabalpur |
इस किले की उस समय शत्रुओं पर नजर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका थी। इस आलीशान किले में कई सारे कक्ष और घोड़ों के अस्थबल मौजूद है। इसके साथ ही इसमें एक छोटा तालाब भी मौजूद है।
6 घूघरा झरना - Ghughra Water fall in Hindi
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Image Ghughra Water fall Jabalpur |
जहा पर आप इस प्राकृतिक सौंदर्य को अपने कैमरे में क़ैद कर सकते है। यहां जाने से पहले इस बात की पुष्टि कर ले की आपके साथ खाने पीने के जरूर समान है या नहीं क्योंकि इस जगह पर किसी भी प्रकार की दुकान उपलब्ध नहीं है।
ग्वारी घाट जबलपुर की बहुत प्रसिद्ध जगह है। इस जगह पर आपको एक दिव्य मंदिर भी देखने को मिल जायेगा। यह मंदिर आधा पानी के भीतर है वही आधा पानी के बाहर है।
ग्वारी घाट में सूर्यास्त का समय काफी मनोरम लगता है। इस समय पर प्रकृति का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। इसके अलावा संध्याकाल के समय मां नर्मदा नदी की आरती भी की जाती है। जिसमे आप भी भाग ले सकते है।
8 रानी दुर्गावती संग्रहालय जबलपुर - Rani Durgavati Museum Jabalpur in Hindi
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Image Rani durgavati museum Jabalpur |
रसेल चौक के पास में स्थित रानी दुर्गावती संग्रहालय जबलपुर का लोकप्रिय संग्रहालय है। इस संग्रहालय में आदिवासी जनजाति की बहुत सी क्लाकृतिया देखने को मिल जायेगी।
बता दे की इस संग्रहालय में महात्मा गांधी की भी कुछ तस्वीरे को रखा गया है। जो इस संग्रहालय को और भी महत्वपूर्ण बना देता है।
9 जबलपुर में घूमने की जगह भवरताल गार्डन - Jabalpur tourist place Bhawartal garden in Hindi
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Image Bhawartal garden Jabalpur |
बता दे की इस जगह पर सुबह शाम दोनो समय योग का आयोजन होता है। इसमें एक टॉय ट्रेन भी चलती है। जो इस गार्डन में चार चांद लगाने के लिए काफी है।
10 डुमना नेचर रिजर्व पार्क - Dumna nature reserve Park in Hindi
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Image Nature reserve Park Jabalpur |
यहां पर कई प्रकार के पशु, पक्षी और वनस्पतियों की प्रजातियां पाई जाती है। इस पार्क में आपको टॉय ट्रेन भी देखने को मिल जाएगी। इसके अलावा बात करें तो इसमें आप के नाश्ते के लिए रेस्टोरेंट भी उपलब्ध है।
11 जबलपुर का धार्मिक स्थल विष्णु वराह मंदिर - Vishnu vrah temple in jabalpur
मझौली गांव में स्थित विष्णु वराह मंदिर में भगवान विष्णु के वराह रूप को दिखाया गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार जब हिरण्यकश्यप के भाई हिरण्याक्ष ने पृथ्वी को समुद्र के भीतर छिपा दिया था। तब भगवान विष्णु ने वराह का अवतार लेकर हिरण्याक्ष का वध कर पृथ्वी को पुनः अपनी जगह पर स्थापित किया था।
12 जबलपुर का प्राचीन मंदिर 64 योगिनी मंदिर - Jabalpur Ancient temple 64 Yogini in Hindi
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Image 64 yogini temple Jabalpur |
आज से करीब 12 सौ वर्ष पहले इस मंदिर का निर्माण कराया गया था। बताए जाता है कि इस मंदिर का निर्माण कलचुरियो के द्वारा कराए गया था। इस मंदिर के चारों ओर 64 श्राइन बने हुए हैं इसमें हर एक श्राइन में एक योगिनी की आकृति को दर्शाया गया है।
जिसके कारण इस मंदिर को 64 योगिनी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के केंद्र भाग में भगवान शिव व माता पार्वती की मूर्ति को स्थापित किया गया है। बता दे यह मंदिर आज के समय में खंडहर का रूप ले चुका है। लेकिन फिर भी मंदिर को देखने के लिए जबलपुर आने वाले ज्यादातर पर्यटक यहां आते हैं
13 जबलपुर का धार्मिक स्थल कंकाली देवी मंदिर - Kankali devi temple in Jabalpur in Hindi
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Image kankali devi temple Jabalpur |
मंदिर में भगवान नरसिंह, शेषशायी विष्णु और चामुंडा देवी की मूर्ति है। अगर आप जबलपुर घूमने जा रहे हैं तो इससे मंदिर में दर्शन करने जरूर जाए।
14 भेड़ाघाट - bhedaghat in Hindi
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Image Bhedaghat Jabalpur |
यह दूरी करीब 20 से 22 किलोमीटर की है। नाव में बैठकर नदी में सवारी करना बहुत ही ज्यादा मजेदार गतिविधि है। जिसे आपको आजमाना चाहिए।
जबलपुर घूमने का सही समय - Best time to visit Jabalpur
जबलपुर मध्य प्रदेश राज्य का महत्वपूर्ण शहर है। जहा पर बहुत बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने जाते है। वही बात करे जबलपुर घूमने के सही समय की तो अक्टूबर से मार्च तक का समय जबलपुर घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
इस समय तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक या उससे कम रहता है। जो की पर्यटक को के लिए सुखद वातावरण प्रदान करता है।
जबलपुर का प्रसिद्ध खाना - Femous food of Jabalpur in Hindi
दोस्तो, अगर आप जबलपुर घूमने जा रहे है तो जबलपुर के स्वादिष्ट को एक बार जरूर आजमाएं। यहां पर सबसे फेमस जबलपुर का पोहा जलेबी है। जो पुरे भारत में प्रसिद्ध है।
इसके अलावा जबलपुर में पीलाफ, साबूदाना खिचड़ी, चिकन समोसा, दाल बाफला, भुट्टे का किस, और स्ट्रीट फूड में बर्फ का गोला, आलू बोंडा, पोहा और खोए की जलेबी बहुत ज्यादा फेमस है।
जबलपुर टूर कितने दिन का बनाए - Jabalpur tour for how many days in Hindi
अगर आप जबलपुर घूमने जा रहे है तो इसके लिए आपको कम से कम 2 से 3 दिनो की प्लानिंग करनी होगी। 2 से 3 दिनो में आप जबलपुर शहर के टूरिस्ट प्लेसेज को अच्छे से घूम पाएंगे।
जबलपुर में खरीदने लायक वस्तुएं - things to buy in jabalpur in Hindi
जबलपुर में वस्तुएं खरीदने के लिए कई सारे मार्केट मौजूद है। जहा पर आप दुनिया भर की खरीददारी कर सकते है। आप जबलपुर में कपड़े विशेष, मूर्तियां, जूते और जबलपुर शहर के कुछ तस्वीरे खरीद सकते है। जो आपकी जबलपुर यात्रा को यागदार बनाने में मदद करेगी।
जबलपुर ठहरने की जगह - Jabalpur me thahrne ki jagah
जबलपुर शहर में आपके रुकने के लिए कई होटल मौजूद है। जिसमे 7 से लेकर सामान्य कमरे भी उपलब्ध है। आपका बजट अगर लॉ है तो आप जबलपुर में 500 से 1500 के बीच मे आपको रूम मिल जाएगा रुकने के लिए।
इसके अलावा आप जबलपुर मे फाइव स्टार या उससे अधिक महंगी होटेल्स मे भी रुक सकते है।
जबलपुर कैसे पहुंचे - how to reach jabalpur in Hindi
जबलपुर पहुंचने के लिए आप ट्रेन, बस, हवाई जहाज में से किसी का भी चयन कर सकते है। जबलपुर यातायात के तीनों मार्गो से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग -
वही आप जबलपुर बस से जाना चाहते है। तो आपके बता दे की जबलपुर शहर से कई बड़े शहरो के लिए सरकारी और निजी बसे चलती है। जिसमे मुंबई, इंदौर, भोपाल, अहमदाबाद, जयपुर जैसे शहरो के लिए बसे चलती है।
हवाई मार्ग -
यदि आप हवाई मार्ग से जबलपुर आना चाहते है। तो आपको बता दे की जबलपुर हवाई अड्डा डुमना नामक जगह पर स्थित है। जो शहर के केंद्र भाग से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस हवाई पट्टी से देश के कई बड़े शहरो के लिए हवाई जहाजे चलती है। बता की आप जबलपुर हवाई अड्डे पर पहुंच कर टैक्सी की सहायता से जबलपुर शहर पहुंच सकते है।
रेल मार्ग -
जबलपुर शहर का मुख्य रेलवे स्टेशन जबलपुर रेलवे स्टेशन है। जो मुंबई-हावड़ा लाइन पर बना हुआ है। यहां पर देश की कई सारी ट्रेनों का हॉल्ट है। इसके जबलपुर रेलवे स्टेशन खुद देश के कई छोटे बड़े शहरो के लिए ट्रेन ऑर्गनाइज भी करता है।
जबलपुर से भारत के महानगरों की दूरी - Distance from Jabalpur to major cities of India in Hindi
शहर जबलपुर से दूरी
- दिल्ली 844 किलोमीटर
- जयपुर 816 किलोमीटर
- इंदौर 503 किलोमीटर
- लखनऊ 502 किलोमीटर
- हैदराबाद 773 किलोमीटर
- जोधपुर 1035 किलोमीटर
- बैंगलोर 1365 किलोमीटर
- कोलकाता 1122 किलोमीटर
- अहमदाबाद 899 किलोमीटर
जबलपुर मैप
जबलपुर फोटो गैलरी
QNA
1 जबलपुर में सबसे अच्छी जगह कौनसी है ?
अगर आप मोज मस्ती करने में इरादे से जा रहे है, तो भेड़ाघाट और धुआंधार जलप्रपात सबसे अच्छा रहेगा।
2 जबलपुर में क्यों प्रसिद्ध है ?
जबलपुर अपने बेलेसिंग रॉक के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है, इस जगह को देखने के लिए पर्यटक भारी संख्या में आते है।
3 जबलपुर का पुराना नाम क्या है ?
जबलपुर का पुराना नाम त्रिपुरी, तेवर ग्राम है।
4 जबलपुर में कौनसी भाषा बोली जाती है ?
जबलपुर में मुख्यत मालवी भाषा बोली जाती है।
निष्कर्ष -
तो दोस्तो, यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमे हमने आपको बताया जबलपुर में घूमने की जगह,जबलपुर के बारे में कुछ रोचक जानकारी के बारे में।
आपको हमारा ये आर्टिकल कैसा लगा हमें कॉमेंट करके जरूर बताएं और हमारे इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करे।