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| Image - padmnabhaswamy Temple |
तिरुवनंतपुरम, केरल की राजधानी और राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर (जिसे आम बोलचाल की भाषा में त्रिवेंद्रम भी कहा जाता है) है। जो एक केरल का अतिमनमोहक नगर है।
नमस्कार मित्रो मेरा नाम विक्रमादित्य है, और आज के इस लेख हम आपको बताएंगे Thiruvananthapuram की वह संपूर्ण जानकारी जिसे आप एक यागदार और सुरक्षित यात्रा कर पाएंगे।
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| Image - Thiruvananthapuram railway station |
इस लेख के मुख्य प्वाइंट संक्षिप्त में
तिरुवनंतपुरम में घूमने की जगह
- श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर
- कोवलम बीच
- शांगुमुखम बीच
- नेपियर म्यूजियम
- पोनमुदी हिल स्टेशन
- कनककुन्नू पैलेस
- अगस्त्यमला बायोस्फियर रिजर्व
- वेली टूरिस्ट विलेज
- अज़ीमला शिव मंदिर
- अट्टूकल भगवती मंदिर
तिरुवनंतपुरम में घूमने की जगह
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर - तिरुवनंतपुरम का रहस्यमयी और भव्य धार्मिक स्थल
Image - Padmnabhaswamy Temple

यह मंदिर तिरुवनंतपुरम में स्थित बेहद ही विशाल और प्रख्यात मंदिर है। इस मंदिर में प्रतिदिन भक्तों का जमावड़ा रहता है। शेषनाग पर लेटे त्रिलोक नाथ श्री विष्णु भगवान के प्रति लोगों की आस्था ही इस मंदिर की सबसे बड़ी शक्ति है।
साथ ही आपको बताते चले में इस मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुरुषों को धोती और महिलाओं के लिए साड़ी या पारंपरिक वस्त्र पहना आवश्यक है।
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| Image - Padmnabhaswamy Temple |
यह मंदिर दुनिया के सबसे धनी मंदिरों में भी गिना जाता है। जिसका कारण है, इसमें आपार खजाना।
मंदिर में भगवान विष्णु के दर्शन के लिए आपको 3 द्वारों से सर्वप्रथम पैरों, नाभि और अंतिम वह तीसरे दरवाजे से मुख के दर्शन होंगे।
इस मंदिर में केवल हिन्दू श्रद्धालुओं को ही प्रवेश मिल सकता है। अगर आपको मंदिर में प्रवेश नहीं भी मिलता है, तब भी आप बाहर से मन्दिर के अद्भुत वास्तुकला का नजारा देख सकते है।
इसके अलावा अगर आप इतिहास में रुचि रखने वाले व्यक्ति है, तब भी यह मंदिर आपके लिए एकदम परफैक्ट है।
कोवलम बीच - निले समुद्र और सुनहरी रेत का स्वर्ग
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| Image - kovalam beach |
कोवलम बीच तिरुवनंतपुरम का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल और बीच है। जो अपनी हरे भरे नारियल के पेड़ो से इस स्थान को पर्यटकों के लिए एक मनोरम स्थान बनाता है। यह तिरुवनंतपुरम से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
जहां पर आप बस या ट्रैक्सी की सहायता से पहुंच सकते है। बात करे बीच की तो यहां पर 3 बीच है, जो इसे खास और अलग बनाता है। यहां पर मौजूद है, लाइटहाउस बीच की ऊंचाई से बीच का बेहतरीन नजारा देखा जा सकता है।
हवा बीच पर सूर्यास्त के समय टहलना सबसे सही गतिविधि है, और समुद्री बीच पर्यटक से शांति के समय व्यतीत करने की पेशकश करता है। यहां पर फैली सुनहरी रेत और नीला आसमान आगंतुकों के लिए एकदम परफैक्ट है।
शांगुमुखम बीच – शांत समुद्र तट और सूर्यास्त का अनुभव
Image - shangumukham beach

यह बीच तिरुवनंतपुरम से थोड़ी दूरी पर स्थित एक शांत जगह वाला बीच है। जो शहर की भीड़ भाड़ से दूर पर्यटक अथवा त्रिवेंद्रम के लोगो के लिए कुछ समय शान्ति और सुकून से बिताने के लिए एकदम सही जगह है।
यहां का सबसे मुख्य आकर्षण सूर्यास्त के समय में होता है, जब सूर्य की लालिमा समुद्र की लहरों पर पड़ती है, तो उसका दृश्य वास्तव देखने लायक और अपने कैमरे में कैद करने योग्य होता है।
इस बीच पर एक विशाल मत्स्य कन्या भी मूर्ति लगी हुई है, जो कला का अदभुत उदाहरण पेश करता है। जो इस बीच का एक मुख्य आकर्षण माना जाता है।
इस बीच पर कई सारे फास्ट फूड और रेस्टोरेंट भी मौजूद है, जहां पर आप केरल के पारंपरिक भोजन का स्वाद भी ले सकते है। इसके अलावा यहां पर कई सारी और गतिविधि जैसे पार्क और डिस्को आदि भी कर सकते है। जो आपकी यात्रा में एक नया उत्साह भर देगी।
नेपियर म्यूजियम - तिरुवनंतपुरम में कला, संस्कृति और इतिहास का केंद्र 
Image - Napier museum

इतिहास और कला संस्कृति में रुचि के रखने वाले को तिरुवनंतपुरम के नेपियर म्यूजियम की सैर अवश्य करनी चाहिए । यह भवन बेहद जटिल नक्कासी का उदाहरण है, जिसे लकड़ी और पत्थरों की सहायता से तैयार किया है।
19 शताब्दी में निर्मित यह भवन मुगल और केरल की एक मिश्रित वास्तुकला का नमूना है। जहां पर हथियार, शाही गहने, कपड़े, सिक्के और मूर्तियां सहित कई सारी और भी पुरानी वस्तुएं देख सकते है।
भवन के आस पास का नजारा भी काफी देखने लायक और शांतिपूर्ण समय व्यतीत करने योग्य है, तो अगर आप त्रिवेंद्रम घूमने जा रहे है, तो इस जगह पर जाना न भूले।
पोनमुदी हिल स्टेशन - शांत वातावरण और मनमोहन सूर्यास्त का आनंद
Image -Ponmudi hill station

तिरुवनंतपुरम के नजदीकी क्षेत्र में स्थित यह हिल स्टेशन प्रकृति प्रेमियों के लिए एकदम परफैक्ट जगह है। जहां पर हरिभरी वादियों में कुछ समय बीता सकता है। यह स्थान समुद्र तट से करीब 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
जहां पर आप ट्रेकिंग और हाइकिंग जैसे एडवेंचर गतिविधि का आनंद ले सकते है। शहर की भागदौड़ से दूर शांत और ठंडी जगह पोनमुदी हिल स्टेशन एक शानदार जगह है। जो वास्तव में तिरुवनंतपुरम में घूमने की जगह है।
यहां पर चाय के बागानों का मनमोहक दृश्य हो, बर्ड वाचिंग या फिर फोटोग्राफी सारी चीजों के लिए यह जगह एकदम सही है। इसके अलावा आप यहां पर पिकनिक और कैंपिंग भी कर सकते है।
कुलमिलाकर प्रकृति का अद्भुत नजारा अगर आपने देखने लिए उतावले है, तो यहां पर जाकर आप अपनी इस इच्छा को पूरा कर सकते है।
कनककुन्नू पैलेस - शाही वैभव और सांस्कृतिक आकर्षण का प्रतीक
Image - Kanakakkunnu palace

यह तिरुवनंतपुरम में मुख्य पर्यटन स्थल के साथ साथ केरल की मुख्य सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर है। जो अपनी शानदार वास्तुकला का जीवंत उदाहरण पेश करता है।
त्रावनकोर राजपरिवार द्वारा बनवाया गया, यह महल आज के समय पर्यटक के लिए मुख्य रूप से शाही वास्तुकला, बड़ी बागबानी, घुमावदार गलियारे और खूबसूरत आंगन की पेशकश करता है। जो पर्यटकों को बेहद रास आता है।
19 शताब्दी में बना हुआ यह महल, आज के समय शाही फर्नीचर, पारंपरिक कला और मूर्तियां का संकलन है। जो जिसे देखने के लिए सैलानी दूर दूर से आते है।
आप इस जगह पर फोटोग्राफी आदि भी कर सकते है। और यहां के बेहतरीन वास्तुकला को हमेशा हमेशा के लिए अपने कैमरे में कैसे कर सकते है।
अगस्त्यमला बायोस्फियर रिजर्व - जैव विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र
अगस्त्यमला बायोस्फियर रिजर्व तिरुवनंतपुरम में जैव विविधता प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण जगह है। जो जैव विविधता के साथ साथ प्रकृति प्रेमियों को भी लुभाती है।
यह अगस्त्यमला बायोस्फियर रिजर्व वेस्टर्न घाटों में स्थित एक बेहतरीन जगह है। जहां आप जैव विविधता के साथ साथ दुर्लभ वनस्पति और जीव जंतुओं का संरक्षण पाएंगे।
इस जगह पर पर्वतीय क्षेत्र, हरियाली, घने जंगलों के साथ साथ कई मनमोहक झरने भी आपको देखने को मिलेंगे।
आप इस आदर्श जगह पर बर्ड वाचिंग, ट्रेकिंग हाइकिंग और प्रकृति की सुंदरता को भी अपने कैमरे में कैद कर सकते है।
यहां का वातावरण बेहद शांत और सौंदर्यपूर्ण है, जहां पर आप अपने आप को शहर की हलचल से दूर एक शांत माहौल पर पाएंगे।
इसके अलावा इस जगह पर आप आदिवासी जनजीवन और उनकी संस्कृति से भी रूबरू हो सकते है। यह जगह शांति और एडवेंचर का अद्भुत मिश्रण है, जो तिरुवनंतपुरम में घूमने की एक उत्तम जगह है।
वेली टूरिस्ट विलेज - झील और समुद्र के संगम पर बसा सुंदर पर्यटन स्थल
Image - valley tourist village

वेली टूरिस्ट विलेज तिरुवनंतपुरम में एक झील (मछली पकड़ने वाली) और समुद्र के संगम पर है। जो शहर के केंद्र से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
जो पर्यटन दृष्टि से तिरुवनंतपुरम में घूमने का एक मुख्य पर्यटन स्थल माना जाता है। इस जगह पर आप बोटिंग अन्य वॉटर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियों का आनंद ले सकते है। खासकर आप यहां बच्चों,दोस्तो या अपने परिवारजनों के साथ घूमने जा सकते है।
यहां पर आप केरल के स्वादिष्ट फास्ट फूड का स्वाद ले सकते है। इसके अलावा इस झील के आस पास हरियाली युक्त जगह भी है। जहां पर आप पैदल घूमने का आनंद ले सकते है।
यहां पर शाम के समय अक्सर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है। जो केरल की समृद्ध संस्कृति को भी दर्शाता है।
अज़ीमला शिव मंदिर - समुद्र तट पर स्थित दिव्य शिवधाम
Image - azhimala Shiva Temple

अज़ीमला शिव मंदिर त्रिवेंद्रम के शांत माहौल में स्थित है। जहां पर धार्मिक और प्रकृति दोनों का अदभुत संगम देखने को मिलता है। मंदिर के अलावा यहां का मुख्य आरक्षण भगवान शिव की 58 फिट ऊंची प्रतिमा है।
जिसमें भगवान शिव को जटाओं में गंगा को धारण किए हुए दिखाया गया। इसीलिए इस प्रतिमा को गंगाधरेश्वर भी कहा जाता। यह प्रतिमा समुद्र के किनारे पर एक पहाड़ पर स्थित है। जिसके पीछे से समुद्र का अदभुत नजारा भी देखने लायक है।
विशेषकर जब शाम के समय सूर्य ढलने को आता है, तब इस जगह की सुंदरता और भी बढ़ जाती है। जब सूर्य की किरणे समुद्र पर लहरों पर पड़ती है, तो इसका दृश्य अलग ही बनता है।
अट्टूकल भगवती मंदिर - महिला आस्था का पवित्र तीर्थस्थल
Image - attukal Bhagavathy Temple

अट्टूकल भगवती मंदिर त्रिवेंद्रम का धार्मिक स्थल है। जिसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। यह मंदिर मां भगवती को समर्पित है। इसमें एक "अट्टूकल पथचात्रम" नाम का महिला उत्सव भी होता है।
जो इस मंदिर को विश्वस्तरीय छवि देता है। यह मंदिर धार्मिक रुचि और संस्कृति में विश्वास रखने वाले पर्यटकों के लिए तिरुवनंतपुरम में घूमने लायक जगह है।
तिरुवनंतपुरम घूमने का सही समय
वैसे तो त्रिवेन्दम घूमने आप साल के किसी भी महीने में जा सकते है। क्योंकि यहां का मौसम सालभर लगभग सुहावना और आकर्षक ही होता है, लेकिन पर्यटन दृष्टि से अक्टूबर से मार्च का समय यहां घूमने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
जब तापमान करीब 20°C से 30°C के मध्य होता है। जो यात्रा के लिए सबसे अनुकूल समय माना जाता है।
लेकिन अगर आप त्रिवेंद्रम फोटोग्राफी अथवा प्रकृति की सुंदरता को निहारने के इरादे से जा रहे है, तब आप मानसून यानी जून से सितम्बर के महीना का चयन कर सकते है। जब प्रकृति की खूबसूरती अपने चरम पर होती है।
तिरुवनंतपुरम का खान पान
त्रिवेन्दम घूमने जा रहे तो आपको यहां प्रसिद्ध और पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी अवश्य एकबार लेना चाहिए। जो आपकी यात्रा को और भी मजेदार बना देगी।
त्रिवेंद्रम में खानपान में सद्या यहां का सबसे प्रसिद्ध भोजन है। जिसे केले के पत्तो पर परोसा जाता है। इसमें आपको चावल, सांभर, अवियल, थोरन, पचड़ी और पायसम आदि व्यंजन दिए जाते है।
इसके अलावा त्रिवेंद्रम समुद्र के किनारे बसा होने के कारण यहां पर समुद्री खाना भी बड़े चाव से खाया जाता है। जिसमें प्रॉन करी, फिश फ्राई और क्रेब मसाला आदि यहां का मुख्य समुद्री भोजन माना जाता है।
तिरुवनंतपुरम में खरीदारी करने के लिए मुख्य बाजार
त्रिवेन्दम में खरीदारी करने के लिए कई सारे बाजार है, जहां पर आप कई सारी वस्तुओं की खरीदारी करके अपनी यात्रा को और भी यादगार बना सकते है।
चालई बाजार -
MG रोड मार्केट -
यहां पर आप पारंपरिक और आधुनिक दोनों प्रकार की खरीदारी कर सकते है। जिसमें आप यह दक्षिण भारत शैली की साड़िया और हैंडीक्राफ्ट आदि का सामान काफी अच्छे दामों में मिलते है।
कैराली हैंडीक्राफ्ट एंपोरियम -
यह एक पारंपरिक स्टोर है, जहां से आप पुरानी शैली की मूर्तियां और लड़की से बनी वस्तुओं की खरीदारी कर सकते है।
इसके अलावा यहां कोनेमारा मार्केट और Pothys स्टोर आदि पर जा सकते है।
तिरुवनंतपुरम यात्रा का खर्चा
इस शहर में आप बजट यात्रा, मिड रेंज और लक्जरी जिस भी तरह से यात्रा करना चाहे, आप कर सकते है।
यदि आप बजट यात्रा करना चाहते है, तब आप प्रतिदिन 1हजार से लेकर 2 हजार के मध्य यात्रा कर सकते है।
वही आप थोड़ी मिड रेंज में यात्रा का अनुभव लेना चाहते है, तब आप डैली 2 हजार से लेकर 5 हजार रुपए के मध्य का बजट तैयार कर सकते है।
वही आप तिरुवनंतपुरम में लग्जरी यात्रा के बारे में सोच रहे है, तब आपको प्रतिदिन 5 हजार से लेकर 7 हजार रुपए बजट बनाना होगा।
यानी अगर आप बजट में यात्रा करते है, तो आपको 2 से 3 दिनों की यात्रा के लिए 5 हजार रुपए, मिड रेंज के लिए 10 हजार रुपए और लक्जरी यात्रा के लिए 20 हजार रुपए का बजट तैयार करना होगा।
तिरुवनंतपुरम कैसे पहुंचे
चूंकि तिरुवनंतपुरम केरल की राजधानी और दक्षिण भारत का मुख्य शहरो में से एक है, जिससे यह भारत के अन्य मुख्य शहरों और अन्य राज्यों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से -
बात करे सड़क मार्ग की तो राष्ट्रीय राजमार्ग NH 66 से जुड़ा हुआ है, जहां से तमिलनाडु राज्य के मुख्य शहरों से भी बसों का आवागमन होता है। और भारत के मुख्य शहर मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई आदि से भी त्रिवेन्दम के लिए सीधे तौर पर बसे चलती है।
रेल मार्ग से -
तिरुवनंतपुरम में स्थित तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन दक्षिण भारत का एक मुख्य रेलवे स्टेशन है। जहां से सीधे तौर पर भारत के कई बड़े शहरों और मुख्य रेलवे जंक्शनों के लिए रेलों का आवागमन प्रतिदिन होता है। रेल से तिरुवंतपुरम जाना सबसे आसान मार्ग माना जाता है।
हवाई मार्ग से -
शहर के केंद्र भाग से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डा एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। जहां से दिल्ली मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, अहमदाबाद, चेन्नई आदि के साथ-साथ विदेश के मुख्य शहरों से भी हवाई जहाज का आवागमन होता है।
हमारा अनुभव
तिरुवनंतपुरम में घूमते समय आप इन बातों का ध्यान रखता एक शानदार यात्रा कर सकते है।
यदि आप धार्मिक स्थल पद्मनाभ स्वामी मंदिर जैसी जगह पर जा रहे है, तो उसके सुबह जल्दी निकल जाओ जिससे आपको मंदिर में दर्शन भी जल्दी होंगे और उसके अलावा आप मंदिर में प्रवेश करने से पहले वहां के ड्रेस कोड और अन्य नियम आदि का पता करके उसका पालन भी कर पाएंगे।
वही आप कोवलम बीच, या शान्गुमुखम बीच जैसे बीचों पर जा रहे है, तो शाम का समय यहां जाने का सही समय है। जब सूर्यास्त होने को होता है, तब इन जगहों का नजारा सबसे अधिक देखने लायक होता है।
तिरुवनंतपुरम के कुछ इमेजेस
निष्कर्ष
तिरुवनंतपुरम शांति, धर्म, संस्कृति और इतिहास का एक अद्भुत संगम है। जो यात्रियों को शांत और फिर से रोमांचित कर देता है। जब आप इस शहर की यात्रा करेंगे तो आप इस शहर से यादों के साथ साथ एक नए उत्साह को भी लेकर जाएंगे।
भले भी फिर वो आध्यात्मिक सुकून हो, समुद्र किनारे बैठकर शांति से समय व्यतीत करना है या फिर प्रकृति के गोद में बैठकर शांति का एहसास यहां आपको हर चीज मिलेगी।


















