Top 10 Banaras me ghumne ki jagah - हिंदी में

गंगा नदी के तट पर बसा बनारस शहर जिसे शिव की भूमि भी कहा जाता है। दुनिया के सबसे पुराने शहरो में से एक बनारस शहर को देख के ऐसा लगता है मानो ये वक्त के साथ चलकर भी रुका सा महसूस होता है। चलिए जानते है बनारस में घूमने की जगह के बारे में। 

बनारस की पहचान होती है। गंगा नदी से साथ ही बनारस का पान हो या बनारसी साड़ी या फिर बनारस में मिलने वाले मीठे पकवान सभी को समेटे हुए जो सुकून बनारस में मिलता है वो और कई नही है।


बनारस में घूमने की जगह


         



    बनारस का सबसे मशहूर क्या है ? 

    भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित बनारस या वाराणसी जो भारत का सबसे पुराना और पवित्र शहर माना जाता है। बनारस में भ्रमण की कई बेहतरीन जगहें है जिसमे बनारस के घाट और मंदिर सबसे मशहूर माने जाते है। 

    हिंदू धर्म के सबसे पवित्रतम शहरो में से एक है बनारस जहा आपको अनगिनत मंदिर देखने को मिल जायेंगे इस खूबसूरत शिव नगरी को मोक्ष का केंद्र भी माना जाता है। साथ लोगो का मां गंगा के प्रति अटूट विश्वास जिसमे मान्यता है की जो कोई भी एक बार गंगा नदी में डुबकी लगा देता है उसके सारे पाप धुल जाते है।

    बनारस को काशी के नाम से भी जाना जाता है बनारस के घाट भी बड़े आकर्षक और लोकप्रिय है। बनारस में आज के समय में करीब से 100 से अधिक घाट है। जिसमे हरिश्चंद्र घाट , मणिकर्णिका घाट , अस्सी घाट और दशाश्वमेध आदि घाट प्रमुख है। 


    बनारस में घूमने की जगह - Banaras tourist place in hindi 

    1. मणिकर्णिका घाट - marnikarnika ghat in hindi 
    2. अस्सी घाट - assi ghat in hindi  
    3. केदार घाट - kedar ghat in hindi  
    4. हरिश्चंद्र घाट - hrishchandra ghat in hindi 
    5. दशाश्वमेध - dsaswmedh ghat in hindi 
    6. नेपाली मंदिर - Nepali temple in hindi  
    7. राम नगर का किला - ram nagar fort in hindi
    8. दुर्गा मंदिर - mata temple in hindi 
    9. चुनार का किला - chunar fort in hindi 
    10. भारत माता मंदिर - bharat mata temple in hindi 




    1 मणिकर्णिका घाट - marnikarnika ghat in hindi 
    बनारस में घूमने की जगह



    ये बनारस का सबसे पवित्र और पुराना शमशान घाट माना जाता है। इसके बारे में कहा है की जब भगवान शिव सती को अपने साथ हिमालय ले जा रहे थे तब सती के कान का आभूषण यहां गिर गया था जिसके इसे बहुत पवित्र शमशान घाट माना जाता है। 

    हिंदू मान्यता के अनुचार जिस किसी भी व्यक्ति का अंतिम संस्कार इस घाट पर होता है उसे मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है और वो जीवन मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है इस पवित्र शमशान घाट पर लोग दूर दूर से घूमने आते है।


    2 अस्सी घाट - assi ghat in hindi  

    बनारस में घूमने की जगह
    अस्सी नदी के तट पर बसा अस्सी घाट काशी शहर का एक महत्वपूर्ण घाट है, जिसका वर्णन पुराणों में भी मिलता है। ये वाराणसी शहर के सबसे खूबसूरत घाटों में माना जाता है। इस घाट में एक बरगद के पेड़ के नीचे भगवान शिव  के शिवलिंग को स्थापित किया गया है।

    अस्सी घाट पर सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य भी काफी मनोरम है। अस्सी घाट नाव पड़ाव का दूसरा सबसे बड़ा घाट है। बनारस आने वाले लगभग सभी पर्यटक अस्सी घाट पर जरूर आते है।


    3  केदार घाट - kedar ghat in hindi  

    बनारस में घूमने की जगह
    केदार घाट गंगा नदी के किनारे पर बसा ये खूबसूरत घाट बनारस का अस्सी घाट के बाद दूसरा सबसे ज्यादा नावों के पड़ाव वाला घाट है। जो बनारस के अस्सी घाट से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर है। 

    इस घाट पर हर रोज सुबह और शाम दोनो समय गंगा आरती होती है। इस घाट पर बाबा केदार के साथ माता पार्वती भी लिंग स्वरूप में विराजमान है साथ ही इसके पास ही में चौकी घाट में शीतल जल धारा बहती है।


    4 हरिश्चंद्र घाट - hrishchandra ghat in hindi 

    बनारस में घूमने की जगह
    वाराणसी में बहुत से घाट है जो काफी लोकप्रिय और मनोरम है। लेकिन काशी का ये घाट पौराणिक कहानियों से जुड़ा हुआ है इस घाट पर राजा हरिश्चंद्र माता तारामती तथा रोहताश्व का मंदिर बना हुआ है। 

    हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार के लिए उत्तम व्यवस्था की गई है हरिश्चंद्र घाट पर न केवल बनारस बल्कि काफी दूर-दूर से लोग अपने परिजनों की चिता को लेकर आते हैं, जलाने के लिए यह बनारस का एक महत्वपूर्ण एवं मनमोहक घाट है।


    दशाश्वमेध - dsaswmedh ghat in hindi 

    बनारस में घूमने की जगह

    ये घाट बनारस शहर का सबसे बेहतरीन घाट है जो सबसे पुराना और सबसे बड़ा घाट है। बनारस का पुराणों के अनुसार भगवान ब्रह्मा ने यही पर दस आवश्वमेघ यज्ञ किया था शिवरहस्य में इसका उल्लेख है। 


    जिसके अनुसार यहां पर रूद्रसागर था लेकिन गंगागमन के बाद पूर्व सोमनाथ इसकी चौहद्दी बना इस घाट पर रात और दिन के समय लगभग बराबर ही चहल-पहल रहती है। साथ ही फोटोग्राफरों के लिए एक बहुत ही जबरदस्त स्थान है।

     


    6 नेपाली मंदिर - Nepali temple in hindi  

    बनारस में घूमने की जगह











    ईस खूबसूरत मंदिर का निर्माण 19  सदी में राणा बहादुर शाह ने करवाया था। और यह मंदिर हिंदू धर्म के लिए बेहद पवित्र और पुराना मंदिर भी माना जाता है इस मंदिर के निर्माण में लकड़ी,पत्थर और टेराकोटा का इस्तेमाल किया गया है। 

    इस मंदिर की वास्तुकला अद्भुत है इसके अलावा यह मंदिर नेपाल के काठमांडू में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर से मेल खाता है।


    7 राम नगर का किला - ram nagar fort in hindi

    बनारस के बहुत से घाटों और मंदिर के बीच ये किला घूमने के लिए एक शानदार स्थान है। इस किले के निर्माण में चुनार के बलुआ का इस्तेमाल किया गया है, जिसका निर्माण बलवंत सिंह ने 1750 में करवाया था।  

    ये किला वर्तमान समय में बहुत अच्छी स्थित में नहीं है जिसका कारण है इस किले का ठीक से रखा रखाव न करना यह किला बनारस के इतिहास के नजरिया से बहुत महत्वपूर्ण किला है। यह किला गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। जो वाराणसी शहर से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।


    8  दुर्गा मंदिर - mata temple in hindi 

    बनारस में घूमने की जगह
    दुर्गा मंदिर वाराणसी से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक अद्भुत मंदिर है। जिसका निर्माण 18 वी स्थाब्दी में किया गया था महारानी भवानी ने करवाया था। इस मंदिर को खास बनाता है यहां के बंदर। 

    इस मंदिर में बंदर बहुत विशाल संख्या में मौजूद है जिससे इस मंदिर को मंकी मंदिर के नाम से भी ख्याति प्राप्त है। इस मंदिर को लाल रंग से रंगा गया है जो देखने में बहुत ज्यादा आकर्षक लगता है।


    9 चुनार का किला - chunar fort in hindi 

    बनारस में घूमने की जगह
    ये महत्वपूर्ण किला वाराणसी के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसके बारे में कहा जाता है की इसका निर्माण स्वयं महाराज विक्रमादित्य ने अपने भाई  भरतहरी के लिए करवाया था। 

    जो वाराणसी शहर से मात्र 40 किलोमीटर की दूरी है। यह किला मुगल काल के युद्ध का साक्ष्य भी रहा है। जिसमे शेरशाह और हुमायु के युद्ध  प्रमुख है।



    10  भारत माता मंदिर - bharat mata temple in hindi 

    बनारस में घूमने की जगह
    ये मंदिर किसी भी देवी देवताओं को समर्पित नही है बल्कि ये हमारे देश भारत माता का मंदिर है। इस शानदार मंदिर के निर्माण के लिए संगमरमर का इस्तेमाल कर बनाया गया है। इसे भूमि पर भारत के देश के नक्शे जैसे बनाया गया आपको बता दे की ये मंदिर का नक्शा आज के भारत का नही बल्कि उस समय का है, जब भारत अखंड भारत हुआ करता था। 

    जो कि वाराणसी शहर से 3.3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसे देखने के लिए ना केवल भारत बल्कि दूर-दूर से सैलानी आते हैं।


    बनारस कैसे जाए  - How to reach Banaras in hindi 


     
    • सड़क मार्ग - 
    वाराणसी शहर सड़क मार्ग से जाने के लिए आप आसानी से उत्तर प्रदेश परिवहन बस की मदद से जा सकते हैं। साथ ही वाराणसी शहर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएस 7 से जुड़ा हुआ है, जो वाराणसी को कन्याकुमारी से जोड़ता है।


    •रेल मार्ग - 
    रेल मार्ग में वाराणसी का प्रमुख रेलवे स्टेशन वाराणसी जंक्शन है। जो सभी महानगरों के साथ-साथ भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। 

    इसके अलावा वाराणसी शहर में दीनदयाल जंक्शन भी सेवा के लिए उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त भी शहर में छोटे बड़े मिलाकर वाराणसी में कुल मिलाकर 16 रेलवे स्टेशन है।


    •हवाई मार्ग -
    वाराणसी शहर का हवाई अड्डा शहर से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जो की एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। 

    इस हवाई अड्डे से दुनिया के अलग अलग देशों के साथ साथ भारत के प्रमुख नगरों  के लिए हवाई जहाजे उड़ान भरती है। वाराणसी हवाई अड्डा लाल बहादुर शास्त्री के नाम से जाना। 



    बनारस जाने का सही समय - Best time to visit in Banaras in hindi   

    वैसे तो किसी भी समय शहर की यात्रा करने के लिए जा सकते है, लेकिन बारिश और गर्मी से बचकर ही यात्रा की तैयारी की जाती है। 


    वही अगर बात करें हम वाराणसी की तो वाराणसी जाने के लिए तो करीब-करीब अक्टूबर से मार्च का समय उपयुक्त माना जाता है। 


    वाराणसी में घूमने के लिए तो हम तो आपको यही सुझाव देंगे की वाराणसी की यात्रा करते समय गर्मी और बारिश से बचे जिससे कि आपकी यात्रा सुखद और शानदार हो सके।



    बनारस में घूमने का खर्चा - Cost of visiting Banaras in Hindi 

    भोले की नगरी बनारस में घूमने के लिए आपको करीब 2 दिनो की यात्रा के लिए 3 हजार रुपए से लेकर 4 हजार रूपए तक देने पड़ सकते है। 
    जो की औसत अनुमान है। 

    यह खर्चा इससे अधिक भी हो सकता है, जो पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है, की आप यात्रा किस प्रकार से करते है। अगर आप एक साधारण यात्रा तो करते है, तो हमारे अनुभव से इतना ही खर्चा आएगा।


    बनारस में रुकने की जगह - places to stay in banaras in Hindi 

    बनारस में रुकने के लिए आपको कई सारे होटल्स मिल जायेंगे। जहा पर आप अपने यात्रा के बजट के अनुसार किसी भी होटल्स ठहर सकते है। 


    आपको बताते चले बनारस में होटल्स के अलावा कई सारी धर्मशालाएं भी मौजूद है, जहा पर रुकने का शुल्क ना के बराबर या फिर मात्र500 रूपये तक होता है।


    बनारस के पकवान - Banaras femous femous food in hindi 

    अगर आप बनारस जाते हैं वहां के मंदिर वहां के किले वहां के घाट और बनारस लगभग सभी प्रसिद्ध गतिविधियों का आनंद लेते हैं। लेकिन अगर इन सबके साथ अगर आप बनारस के पकवानों का स्वाद नहीं ले पाते हैं तो शायद ही आपकी यात्रा मजेदार हो पाएगी। 

    बनारस के फेमस पकवानों में मलाई पूड़ी , बनारसी ठंडाई , बनारस की नायब लस्सी, बनारस की चाय ,  बनारस की जलेबी , बनारस की कचौरी , मलाई मिठाई , और बनारस का सुप्रसिद्ध बाटी और चौखा ।


    बनारस का फेमस बनारसी पान - Banaras's Femous banarasi pan in hindi 

    आपने अक्षर सुना  होगा ' खाई के पान बनारस वाला खुल जाए बंद दिमाग का ताला' दोस्तो बनारस जितना अपने घाटों और मंदिरों के लिए फेमस है उतना ही बनारस लोकप्रिय है बनारस का पान है। 


    आपको बता दे बनारस अपने पान के लिए पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान रखता है। बनारस के पान में अलग प्रकार के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। जो इसे बहुत लोकप्रिय और अलग बनाता है, अगर आप बनारस जाते है तो बनारस के पान का स्वाद लेना न भूलें।


    बनारस का नक्शा - Banaras map

     



    QNA 


    Q बनारस कितने दिन में घूम सकते है ? 
    बनारस में घूमने के लिए 1 या फिर 2 दिन पर्याप्त है। 2 दिनो में आप इस शहर के सारे पर्यटक व धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर सकते है। 

    Q बनारस में क्या खरीदे ? 
    यदि आप पुरुष है तो आप बनारस में आप यहां की प्रसिद्ध साड़ी अपनी पत्नी के लिए खरीद सकते है। वही स्त्री है, तो अपने लिए खरीद सकते है। 
    इसके अलावा यहां का प्रसिद्ध पान और मिठाइयों को भी खरीदने का विचार सकते है। 

    Q बनारस में सबसे पहले किस मंदिर में जाना चाहिए ? 
    आप वैसे तो किसी भी मंदिर में सबसे पहले जा सकते है, लेकिन ज्यादातर तीर्थयात्री काल भैरव मंदिर से ही बनारस में मंदिरों में दर्शन करने की शुरुआत है।

    निष्कर्ष 

    आज के इस लेख में हमने आपको बताया बनारस में घूमने की जगह, बनारस में घूमने का खर्चा और बनारस में भ्रमण करने से लेकर जाने तक की पूरी जानकारी के बारे में। 

    आपको हमारा यह आर्टिकल कैसे लगा में कॉमेंट करके जरूर बताएं और हमारे इस लेख को अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें, धन्यवाद।


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